New Delhi : अमेरिका में नेशनल इमर्जेंसी की घोषणा कर दी गई है। राष्ट्रपति Donald Trump ने Corona virus की स्थिति कोलेकर अपने संबोधन में कहा कि राज्यों को इस महामारी से निपटने के लिए 50 अरब डॉलर दिए जाएंगे। उनके सलाहकारों औरजानकारों ने कहा था कि अगर समय पर कोरोना को रोकने के प्रयास नहीं किए गए तो इससे 15 करोड़ लोग प्रभावित हो सकते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए यह बड़ा फैसला लिया है। ट्रंप ने कहा कि आने वाले दिनों में हमें कुछ बलिदानकरना होगा लेकन कुछ समय का यह त्याग बाद में फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा कि अगले आठ सप्ताह कठिन हैं। अमेरिका मेंअब तक 1100 से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं और 40 लोगों की मौ’’त हो चुकी है। ऐसे में अमेरिका जैसे विकसितऔर सुविधा संपन्न देश के लिए भी यह वायरस बड़ी चुनौती बन गया है। इससे पहले स्पेन ने भी देश में आपातकाल घोषित कर दियाहै।
US President Donald Trump: I am officially declaring a national emergency. #Coronavirus pic.twitter.com/BTpXMkx0RC
— ANI (@ANI) March 13, 2020
ट्रंप ने कहा, ‘मैं आधिकारिक रूप से देश में इमर्जेंसी की घोषणा करता हूं।‘ ट्रंप ने अपने अधिकारियों की प्रशंसा भी की और कहा कि वेइस खतरनाक वायरस से लड़ रहे हैं। नैशनल इमर्जेंसी ऐक्ट के तहत प्रावधान है कि ऐसे स्वास्थ्य विभाग बजट की बड़ी रकम इलाज मेंऔर बीमारी की रोकथाम में खर्च कर सकता है। अब तक दुनियाभर में इस वायरस से 135,000 लोग संक्रमित हैं और 4900 लोग जानगंवा चुके हैं।
पिछले सप्ताह ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो के सूचना प्रमुख से मिलने के बाद कहा जा रहा था कि ट्रम्प की भी ठीक से जांच होनीचाहिए क्योंकि बोलसोनारो के सहयोगी बाद में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। बोलसोनारो के प्रेस सेक्रटरी ने ट्रम्प से हाथ भी मिलायाथा।