New Delhi : ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा क्या दिया तिलमिलाये कांग्रेसियों ने उनपर हमला बोल दिया। किसी ने उन्हेंग़द्दार बोला है तो किसी ने कहा – गद्दार मां की कोख़ से कभी भगतसिंह पैदा नहीं हो सकते।
सिंधिया ने अपने इस्तीफ़े की कॉपी मंगलवार को ट्विटर पर पोस्ट की। हालांकि, इस पर तारीख 9 मार्च दर्ज है। यानी वे इसे एक दिनपहले ही लिख चुके थे। सिंधिया के फैसले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने सिंधिया पर तंज कसा। यादव नेलिखा– ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे जरा भी अफसोस नहीं है। स्वतंत्रता संग्राम के समय उनके खानदानने अंग्रेजों का साथ दिया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे ज़रा भी अफसोस नहीं है ।सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरानभी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी,
कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने सिंधिया के इस्तीफे पर ट्वीट किया। कहा, “मुझे भरोसा है कि मध्य प्रदेश का सियासी संकट जल्द खत्महोगा और कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सिंधिया जी ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं। भारत के लिए सबसेजरूरी चीज है मोदीजी और शाहजी का हारना।
कांग्रेस नेता और मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पार्टी के नेताओं से हमारी बातचीत चल रही है। हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है।सरकार स्थिर है और पांच साल का कार्यकाल पूरी करेगी।
वहीं, भाजपा के नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत करते हैं। वे जमीन से जुड़ेबड़े नेता हैं। शायराना अंदाज में उन्होंने कहा कि दुश्मनों के तीर खाकर दोस्तों के शहर में, उनको किस–किस ने मारा, ये कहानी फिरकभी।