New Delhi : मध्य प्रदेश का सियासी संकट अब अंतिम मुक़ाम पर है. कांग्रेस के 14 विधायकों नेअपना इस्तीफ़ा राज्यपाल को भेजदिया है. इस तरह कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है। उम्मीदहै कि आज भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहानको नेता चुना जायेगा और वेबतौर मुख्यमंत्री शपथ लेंगे.
इधर पूरे सियासी संकट के सूत्रधार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पाला बदलने का फैसला ले लिया है. सिंधिया ने दिल्ली में प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया है. यहतयमाना जा रहा है कि सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं.
बीजेपी के पाले में आते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को वो सम्मान भी मिल जाएगा जिसके लिए कांग्रेस में संघर्ष कर रहे थे. बीजेपीसिंधिया को राज्यसभा में भेज सकती है. इसके अलावा उन्हें मोदी सरकार में मंत्री भी बनाया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, संसद सत्र के बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा और इस विस्तार में सिंधिया को शामिल किया जाएगा. सिंदिया को यह ईनाम मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए दिया जाना है.
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के करीब 20 विधायक भी कांग्रेस से नाराज हैं. माना जा रहा है कि ये विधायक जल्द हीअपनेइस्तीफे सौंप सकते हैं, जिसके बाद बीजेपी के लिए राज्य में सरकार बनाना आसान हो जाएगा. इसकी तैयारी भी बीजेपी ने शुरूकर दीहै.