New Delhi : Yes Bank के Founder Rana Kapoor ने Enforcement Directorate (ED) के अफ़सरों को पूछताछ में बताया हैकि Priyanka Gandhi से पेंटिंग ख़रीदने के लिये MP Milind Deora लगातार उन पर दबाव बनाते रहे। इसके लिये Deora ने Rana Kapoor को कई SMS और Email किये। हद ये देखिये कि पिछले 10 साल से Rana Kapoor इन सारे sms और emails को सहेजकर रखे हुये थे। अब उनके बयानों के आधार पर ED जल्द ही कांग्रेस महासचिव Priyanka Gandhi को पूछताछ के लिए तलब करसकती है। हिमाचल प्रदेश के शिमला के पास का उनका कॉटेज भी अटैच किया जा सकता है। राणा ने ईडी के जांच अधिकारियों को बताया कि उन्हें प्रियंका गांधी से 2 करोड़ रुपये मेंपेंटिंग खरीदने के लिए मजबूर किया गया था।
रविवार को दिए गए बयान में कहा कि दक्षिण मुंबई से कांग्रेस के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने उन पर प्रियंका गांधी से पूर्व प्रधानमंत्रीराजीव गांधी का चित्र 2 करोड़ रुपये में खरीदने का दबाव बनाया था। मनी–लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत किसी आरोपी से प्राप्त धनया उस धन से खरीदी गई संपत्ति जब्त करने का प्रावधान है। ऐसे में राणा कपूर से मिले 2 करोड़ रुपये से प्रियंका ने शिमला में जोकॉटेज खरीदा था, उसे ईडी अटैच कर सकती है।
कांग्रेस पार्टी कह चुकी है कि प्रियंका ने मशहूर चित्रकार एमएफ हुसैन की बनाई राजीव गांधी की पेंटिंग राणा कपूर को बेचा तो इसमेंकोई बुराई नहीं है। हालांकि, देवड़ा ने अपने ऊपर लगे आरोप पर कुछ भी नहीं कहा है। ईडी सूत्रों ने राणा कपूर के स्मार्टफोन से प्राप्त मेसेज और उनके बयान का हवाला देकर कहा कि कपूर ने मर्जी से पेंटिंग नहीं खरीदीहोगी। कपूर ने ईमेल और देवड़ा के ब्लैक बेरी फोन से प्राप्त टेक्स्ट मेसेज को एक दशक तक सहेज कर रखा। ईडी सूत्रों ने इन्हीं ईमेलऔर मेसेज के हवाले से बताया कि देवड़ा ने ही ट्रांजैक्शन शुरू किया।
देवड़ा ने पहली बार 1 मई, 2010 को राणा कपूर को निर्देश दिया था। उन्होंने कपूर को कहा था कि वह ‘मिसेज गांधी‘ को लिखें कि उन्हेंराजीव गांधी का चित्र खरीदने की इच्छा है। देवड़ा बाद में भी कई टेक्स्ट मेसेज भेजकर कपूर पर दबाव बनाते रहे।
देवड़ा ने 29 मई, 2010 को लिखा – राणा अंकल, मैंने 28 मई का आपका पत्र पाया और उसे पीजी (प्रियंका गांधी) के पास भेज दिया।उनके या उनके परिवार के साथ मीटिंग तो संभव नहीं है। फिर भी मैं प्रयास करूंगा और बाद में इसकी व्यवस्था करूंगा। उनकी मां औरवह अगले हफ्ते की शुरुआत में ही चेक चाहते हैं। उन्होंने मेरे पिताजी को भी यही बात कही है। उन्होंने (मिलिंद के पिता मुरली देवड़ा) नेभी आपसे (कपूर से) संपर्क साधने का असफल प्रयास किया। दुर्भाग्यवश, इसमें बहुत समय लग चुका है। क्या आप इस एसएमएस काजवाब दे सकते हैं और यह उन्हें (प्रियंका को) चेक देने की निश्चित तारीख बता सकते हैं क्योंकि मुझे अपने पिता और उन्हें (प्रियंका को) जल्दी इसकी जानकारी देनी है।
देवड़ा ने 2 जून, 2010 को भी कपूर को मेसेज किया। उन्होंने लिखा – राणा अंकल, कृपया बताएं कि मैं आपसे चेक कब ले सकता हूं? मैंउन्हें (प्रियंका और सोनिया गांधी को) पिछले कुछ हफ्तों से आश्वासन ही दे रहा हूं, लेकिन अब उनका धैर्य जवाब दे रहा है। कृपयामुझपर विश्वास कीजिए और अब देर मत कीजिए। धन्यवाद। मिलिंद।
अगले दिन 3 जून, 2010 को कपूर ने एचएसबीसी बैंक के पर्सनल अकाउंट से प्रियंका के नाम 2 करोड़ रुपये का चेक जारी कर दिया।जांच में पता चला कि कपूर ने प्रियंका को दिए 2 करोड़ रुपये की रकम यस बैंक से रीइंबर्स करवा लिया। अधिकारियों के मुताबिक, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट के तहत आपराधिक लेनदेन है। प्रियंका गांधी ने भी अगले ही दिन 4 जून, 2010 के कपूर को पत्र लिखा और कहा कि उन्हें ‘पेंटिंग का पूरा पेमेंट मिल चुका है।‘ उन्होंने पत्रमें यह भी बताया पेटिंग ‘अभी उनके पास ही है।‘