New Delhi : वेदों और शास्त्रों में भगवान शिव को जगदगुरू बताया गया है। शिव ही सर्वोपरि तथा सम्पूर्ण सृष्टि के स्वामी हैं। भारत में भगवान शिव ही इकलौते ऐसे हैं जिन्हें कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक सभी समान रूप से पूजा जाता है।आज हम आपको भगवान शिव के ऐसे चमत्कारी शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे हैं जो दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है। राजस्थान के धौलपुर जिले में है अचलेश्वर महादेव मन्दिर। धौलपुर जिला राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
अचलेश्वर महादेव मंदिर में दिन में 3 बार बदल जाता है शिवलिंग का रंग… | Achleshwar Mahadev Mandirhttps://t.co/osoOAI7DWH pic.twitter.com/vu7uEKdscG
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अचलेश्वर महादेव मंदिर पर अन्नकूट 7 को https://t.co/2jIEyVksxX pic.twitter.com/HXd8Ex2rxg
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राजस्थान के धौलपुर जिले के चम्बल के वन मे अचलेश्वर महादेव प्रसिद्ध मंदिर है।
यहाँ शिवलिंग की खासियत है कि यह दिन मे तीन बार रंग बदलते है।
सुबह मे शिवलिंग का रंग लाल दोपहर को केसरिया और शाम को सांवला हो जाताहै!शिवलिंग का छोर आज तक कोई ना पा सका,इन्हे पाताल तक माना जाता है! pic.twitter.com/JKSAr0mk6e
— Brij Kanika .. (@MeriRadhe) September 9, 2019
यह इलाका चम्बल के बीहड़ों के लिए भी प्रसिद्ध है। कभी यहाँ बागी और डाकूओं का राज हुआ करता था। इन्हीं बीहड़ों में मौजूद है, भगवान अचलेश्वर महादेव का मन्दिर। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है यहां स्थित शिवलिंग दिन मे तीन बार रंग बदलता है।
सुबह के समय इसका रंग लाल रहता है तो दोपहर को केसरिया और रात को यह चमत्कारिक शिवलिंग श्याम रंग का हो जाता है। इस शिवलिंग के बारें में एक बात और भी प्रसिद्ध है कि इस शिवलिंग का अंत आज तक कोई खोज नहीं पाया है। आसपास के लोग बताते हैं कि बहुत साल पहले इस शिवलिंग के रंग बदलने की घटना का पता लगाने के लिए खुदाई हुई थी। तब पता चला कि इस शिवलिंग का कोई अंत भी नहीं है। काफी खोदने के बाद भी इस शिवलिंग का अंत भी नहीं हुआ। तबसे इस शिवलिंग की महिमा और भी बढ़ चुकी है।