New Dekhi : कांग्रेस नेता Digvijay Singh ने आरोप लगाया कि Kamalnath Government को अस्थिर करने के लिए BJP उनकीपार्टी के विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रही है।Digvijay singh ने दिल्ली में सोमवार को कहा कि BJP, Shivraj Singh Chauhan और Narottam Mishra कांग्रेस के विधायकों को 25 से 35 करोड़ तक का ऑफर दे रहे हैं। यह कर्नाटक नहीं, मध्य प्रदेशहै। उन्होंने कहा कि हमारे विधायक बिकाऊ नहीं हैं।
दिग्विजय ने कहा– मैं बिना तथ्यों के आरोप नहीं लगाता। शिवराज और नरोत्तम में सहमति बन गई है। एक मुख्यमंत्री और दूसरा डिप्टीसीएम बनने का सपना देख रहे हैं। शिवराज और नरोत्तम कांग्रेस विधायकों को फोन कर रहे हैं और खुलेआम 25 से 35 करोड़ रुपए कीपेशकश कर रहे हैं। 5 करोड़ अभी ले लो, दूसरी किश्त राज्यसभा चुनाव में और तीसरी किश्त सरकार गिराने (फ्लोर टेस्ट) के बाद दीजाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जनवरी 2019 में भी भाजपा नेताओं पर कांग्रेस विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया था। तब उन्होंनेकहा था– भाजपा नेताओं द्वारा विधायकों को 100 -100 करोड़ के ऑफर दिए गए हैं, मेरे पास इसके सबूत हैं। इस पर भाजपा केनिवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा था कि दिग्विजय आरोप लगाने से पहले सोचें कि 100 करोड़ की राशि होती कितनी है।
कर्नाटक में 16 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस–जेडीएस की 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गई थी। गठबंधन नेभाजपा पर विधायकों की खरीद–फरोख्त का आरोप लगाया था। फ्लोर टेस्ट में कुमारस्वामी सरकार गिर गई थी।
कर्नाटक के घटनाक्रम के बाद मध्यप्रदेश में भी सरकार के फ्लोर टेस्ट की स्थिति बनी थी। 24 जुलाई 2019 को विधानसभा में विपक्ष केनेता गोपाल भार्गव ने सुबह मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि पार्टी के नंबर एक और दो आदेश दे दें तो 24 घंटे में सरकार गिरा देंगे। इसके 5 घंटे बाद ही कमलनाथ ने बहुमत सिद्ध कर दिया था। विधानसभा में आपराधिक कानून (मध्यप्रदेश संशोधन) बिल, 2019 पर चर्चा केदौरान बिल पर वोटिंग हुई तो इसके समर्थन में 122 वोट पड़े जो बहुमत से 7 ज्यादा थे।