New Delhi : लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास कई सेक्टरों में चीन ने करीब 5 हजार जवान तैनात कर दिये हैं। पड़ोसी के इस कदम के बाद भारतीय सेना ने भी इन इलाकों में अपने जवान बढ़ाने शुरू कर दिये हैं। इसी महीने दोनों सेनाओं के बीच तीन बार अलग-अलग जगहों पर टकराव हो चुका है। पिछले हफ्ते दोनों देशों की सेनाओं के कमांडर पांच दौर की बातचीत कर मुद्दा सुलझाने की कोशिश भी कर चुके हैं। जब मामला नहीं सुलझा तो खुद सेना प्रमुख लद्दाख गये और सैनिकों का हौसला बढ़ाया।
Chinese TV releases footage of Chinese military buildup and reinforcements near Aksai Chin near Indian Occupied Ladakh.
China seems serious about this ongoing skirmish.
China India#IndiaChinaBorder#indiachina pic.twitter.com/mSB54cRugl— Er_ghnshah (@Ghnshah1) May 25, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई को सूत्रों ने बताया कि एलएसी के पास चीन ने अपने सैनिकों को दौलत बेग ओल्डी और इससे जुड़े इलाकों के पास तैनात किया है, जहां पर भारतीय सेना की 81 और 114 ब्रिगेड तैनात है। चीन की सेना एलएसी के पास स्थित पेनगॉन्ग लेक के पास अपने जवानों को ले आई है। इसके साथ ही वह यहां पर भारी वाहन भी लाई है। गलवान नाला एरिया में भारतीय पोस्ट केएम 120 से करीब 15 किमी दूर चीनी सैनिकों ने अपने टेंट लगा लिए हैं। चीन गलवान में बंकर बनाने के लिए भारी उपकरण भी ला रहा है।
I think each country in China’s periphery is trying to strike a very delicate balancing act…#India #IndiaChina #UsIndiaRelationship https://t.co/rSqFtF787D
— H24 News India (@h24news_in) May 25, 2020
भारतीय सीमा इस तरह के इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने पर ऐतराज भी जाहिर कर चुका है, लेकिन चीनी सेना लगातार काम में जुटी है। इसी इलाके में भारतीय सेना ने पेट्रोलिंग पोस्ट 14 के पास ब्रिज बना रही है। इसका चीन की सेना ने विरोध किया था।
पोस्ट केएम 120 पर किसी भी वक्त सेना और आईटीबीपी के 250 जवान रहते हैं। लेकिन, भारत अब यहां ज्यादा जवान और उपकरण भेज रहा है। ईस्टर्न लद्दाख सेक्टर में भारत दौलतबेग ओल्डी में एयरफील्ड का इस्तेमाल पूर्वी लद्दाख में जवान भेजने में कर रहा है।
#IndiaChina Given absence of line of separation and mutual distancing between sides, no jointly highlighted areas of difference of perception of LAC , we r bound to see more such incidents which now, additionally, have potential to turn into armed confrontation and conflict.8/8
— Nirupama Menon Rao, निरुपमा राउ, بینظیر (@NMenonRao) May 24, 2020
दौलत बेग ओल्डी में भारतीय सड़क के पास एयरफील्ड बनाने के पुराने प्रपोजल पर भी फिर से विचार किया जा रहा है। यह इलाका इस लिहाज से अहम है कि यहां पर चीन की सेना भारत के एरियल मूवमेंट पर नजर नहीं रख सकती है। भारतीय सेना ने रविवार सुबह एक रिपोर्ट को लेकर बयान जारी किया था। इसमें कहा गया था कि चीन की सेना ने भारतीय सैनिकों को कुछ दिन बंधक बनाने के बाद छोड़ा। सेना ने कहा- सीमा पर किसी भी भारतीय सैनिक को बंधक नहीं बनाया गया। जब मीडिया इस तरह की अपुष्ट चीजों को पब्लिश करता है तो यह केवल राष्ट्रीय हितों को चोट पहुंचाता है।