45 करोड़ का दफ्तर ढहाया, कंगना बोलीं- आज बाबर के संतान आये हैं, मेरा राम मंदिर गिरा रहे हैं

New Delhi : सुशांत प्रकरण में देश की आवाज बनीं कंगना रनौत को महाराष्ट्र सरकार ने चकनाचूर करने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है। खासकर रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी से पूरी महाराष्ट्र सरकार बौरा गई है। पिछले 48 घंटे से कंगना के ऑफिस को ढहाने की प्रक्रिया चल रही थी। सोमवार को पहले बीएमसी के अफसरों ने धावा बोला, फिर मंगलवार को नोटिस चस्पा किया और आज बुधवार 9 सितंबर की सुबह बुलडोजर, क्रेन और पुलिस के भारी लाव लश्कर के साथ ऑफिस को ढहाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। महाराष्ट्र सरकार का पूरा प्रयोजन यह था कंगना डर जाये और मुम्बई नहीं आये।

मगर कंगना भी कहां हार माननेवाली हैं। उन्होंने भी महाराष्ट्र सरकार को चुनौती दी और कहा- रानी लक्ष्मीबाई के साहस,शौर्य और बलिदान को मैंने फ़िल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्रा में आने से रोका जा रहा है मै रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूँगी ना डरूंगी, ना झुकूँगी। गलत के ख़िलाफ़ मुख़र होकर आवाज़ उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी।
कंगना ने एक के बाद एक कई ट‍्वीट किये। उन्होने ट‍्वीट किया- अब जब मैं मुम्बई दर्शन के लिये जा रही हूं। चंडीगढ़ के रास्ते में हूं तो महाराष्ट्र सरकार मेरा दफ्तर तोड़ने पहुंच गई है। वे मुझे रोकना चाहते हैं लेकिन मैं रुकनेवाली नहीं। इसके बाद जब उनके दफ्तर को तोड़ा जाने लगा तो उन्होंने ट‍्वीट किया- मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फ़िल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहाँ बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम , जय श्री राम , जय श्री राम।

उन्होंने बिल्डिंग तोड़ते हुये तस्वीरें पोस्ट कीं और एक ट‍्वीट में लिखा- बाबर सेना आ गई है। और फिर लिखा- मैं कभी गलत नहीं होती। मेरे दुश्मनों ने मुझे फिर से सही साबित किया है। इसीलिये कहा था मेरा मुम्बई POK हो गया है। यह घटना जितनी शर्मनाक है, उतना ही सरकार में शामिल पॉलिटकल पार्टियों का रुख भी। इन्होंने कंगना के दफ्तर को जमींदोज भले कर दिया हो, लेकिन कंगना आसमान से ज्यादा ऊंची हो गईं हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twenty six − = twenty five