New Delhi : सुरक्षाबलों ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में तीन आतंकवादियों को मार गिराया। इनमें से एक आतंकी को मुख्य धारा में लाने के लिए सेना ने काफी प्रयास किया था, लेकिन उसने हर अपील को ठुकरा दिया। परिवार के कहने पर भी वह बंदूक छोड़ने को राजी ना हुआ तो आज वही अंजाम हुआ जो हर आतंकी का होता है।
सेना पाकिस्तान के बहकावे में आकर हथियार उठाने वाले युवकों से मुख्यधारा में लौटने की अपील करती रही है, बहुत से युवाओं ने इस अपील को माना भी है और अब एक सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। लेकिन इस अपील को अनसुना करने वाले आतंकवादी इसी तरह किसी मुठभेड़ में ढेर हो जाते हैं।
Three terrorists were killed in the encounter. We will ask people, who are claiming to be their parents, to come and identify the bodies. It was a clean operation, there was no collateral damage: IG Police Kashmir, Vijay Kumar on encounter in Shopian. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/xNPSCjRpYx
— ANI (@ANI) June 16, 2020
आज मारे गए तीन आतंकवादियों में कामरान जहूर मन्हास भी शामिल है। वह शादाब कारेवा का रहने वाला था। 44 आरआर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एके सिंह ने उसे मुख्यधारा में लौटाने का प्रयास किया था। यहां तक कि वह उसके घर भी गए थे और उसके परिवार से बातचीत की थी। लेकिन कामरान ने इस अपील को ठुकरा दिया और लौटने से इनकार कर दिया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के तुर्कवांगम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आज सुबह इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई और तीन आतंकवादी मारे गए।