New Delhi : निज़ामुद्दीन मरकज़ के तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले लोगों में से 134 लोगों की जांच के बाद रिपोर्ट आ गई है और सभी लोग कोरोना पॉजेटिव पाये गये हैं। यानी सभी को कोरोना हो गया है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक देश के अलग अले हिस्से में मरकत में शामिल होने वाले लोग कोरोना पॉजेटिव पाये गये हैं।
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बताया – मरकज से 2346 लोगों को निकाला गया है। इसमें से 1810 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। 536 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण या बीमारी के लक्षण नजर आये उन सभी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
बहरहाल जिन 134 लोगों में पुष्टि हुई है उसमें से 50 तमिलनाडु के हैं। आज सुबह 4 बजे मरकज को खाली कराया गया। 2346 लोग मरकज़ से निकाले गए। हालांकि, मरकज़ से जुड़े लोगों का दावा था कि अंदर महज़ 1000 लोग थे। तेलगांना के 6 समेत सात कोरोनावायरस संक्रमितों की मौत के बाद सोमवार को निजामुद्दीन मरकज में रुके लोगों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की गई थी। दिल्ली पुलिस ने मरकज़ प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच पुलिस क्राइ’म ब्रांच करेगी।
राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में एक से 15 मार्च तक तबलीगी जमात में हिस्सा लेने के लिए दो हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों और विदेश से कुल 1830 लोग मरकज़ में शामिल हुए, जबकि मरकज़ के आसपास व दिल्ली के करीब 500 से ज्यादा लोग थे। तबलीगी जमात के इस कार्यक्रम में 300 विदेशी लोगों के शामिल होने की खबर है।
मरकज़ में शामिल लोगों के इतने बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जाने के बाद देश के विभिन्न राज्यों से इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। साथ ही उन्हें क्वारंटाइन में रखने और उनका परीक्षण करने को आदेश दिया गया है। बताया जा रहा है कि मरकज़ में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के लोग शामिल हुए थे। अब इन लोगों की तलाश की जा रही है ताकि कोरोनावायरस के संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके।
वह इमारत जहां निजामुद्दीन मरकज़ के तहत कई देशों के लोग पहुंचे थे, उसे केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस हॉटस्पॉट (जहां संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा है) घोषित किया है। 28 मार्च को गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर बताया था कि हमें सूचना मिली है कि तबलीगी जमात में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है, हमें आशंका है कि अन्य देशों से आए लोगों से कोरोनावायरस का संक्रमण फैल सकता है। तबलीग-ए-जमात 100 साल से ज्यादा पुरानी संस्था है, जिसका हेडक्वार्टर दिल्ली की बस्ती निज़ामुद्दीन में है। यहां देश-विदेश से लोग लगातार साल भर आते रहते है।