New Delhi : Corona Virus से संक्रमित होने वाले ठीक भी हो रहे हैं. सोमवार को गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल के आइसोलेशनवॉर्ड से इटली के 10 नागरिकों को रिकवरी के बाद छुट्टी दे दी गई।
इन्हें दिल्ली के ITBP कैंप से यहां लाया गया था. ये तीन हफ़्तों तक मेदांता के आइसोलेशन वॉर्ड में रहे। इस इलाज में सभी का कोरोनाटेस्ट जब निगेटिव आया तो उन्हें छोड़ दिया गया।
Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक़ इटली से आए इस समूह में कुल 14 लोग थे और सभी कोरोना वायरस से संक्रमित थे।
इस समूह में सभी लोग 60 – 80 वर्ष के बीच की आयु के थे।एक कॉर्डिनेटर के साथ,ट 20 फरवरी को भारत पहुंचे। उनमें से अधिकांशएक–दूसरे को नहीं जानते थे, लेकिन भारत को देखने की इच्छा रखते थे। तब उन्हें नहीं पता था कि उनका देश एक महामारी सेजूझनेवाला है। उनमें से कुछ शायद पहले से ही संक्रमित थे, लेकिन कोई भी इसे नहीं जानता था।
बहरहाल इस समूह के एक व्यक्ति को पहले ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. बाकी तीन अभी मेदांता में ही हैं। इनमें से एक वेंटिलेटरसपोर्ट पर हैं।
70 साल की एमिलिया ग्युसेपिना एंतोइनेते के पति जांच में निगेटिव पाए जाने के बाद इटली चले गए थे।
एमिलिया ने हिन्दुस्तान टाइम्स से कहा – हममें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। न बुख़ार था और न ही कफ़. ब्लड प्रेशर की भी कोईसमस्या नहीं थी। केवल तीन ऐसे लोग थे जो अच्छा महसूस नहीं कर रहे थे। इसके बाद हम सभी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।
अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इस ग्रुप में एमिलिया एकमात्र हैं जो अंग्रेज़ी बोलती हैं। एमिलिया ने कहा – हम लोग के लिए यहअच्छा हुआ कि हम यहां थे। जब हम लोग इटली से चले थे तो वायरस के बारे में कुछ पता नहीं था। एक दोस्त को फ्लू था लेकिन उसनेइटली में डॉक्टर के पास जाने से मना कर दिया था। हालांकि तब हमें कोरोना वायरस के बारे में पता भी नहीं था।
इटालियंस अब घर जाने के लिए बहुत ज़्यादा उत्साहित हैं, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं है कि वे कब अपने घर लौट पायेंगे। एमिलिया नेकहा – हम नहीं जानते। दूतावास ने कहा कि हमारे लिए एक विशेष उड़ान की व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है। इस समूह नेकहा कि वह इटली की स्थिति के बावजूद वापस उड़ान भरना चाहती है। उन्हें कम से कम 31 मार्च तक इंतजार करना होगा। तब तककोई भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान भारत से नहीं जाएगी।