New Delhi : प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन Jaish-e-Mohammad (JEM) का लीडर Masood Azhar और उसकी फ़ैमिली कथिततौर पर Pakistan Army की कस्टडी से लापता हो गया है। जैश सरगना UN द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया है।पुलवामा हमले का मास्टर माइंड भी Masood Azhar ही है। पिछले साल जून में खबर आई थी कि रावलपिंडी में हुए धमाकों में मसूदजख्मी हो गया है। वह यहां आर्मी हॉस्पिटल में किडनी के इलाज के लिए भर्ती किया गया था। इसके बाद से उसकी कोई खबर नहींआई।
इधर टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक से पहले ही उसकेफ़रार होने की सूचना पाकिस्तान की ओर से दी गई। एफएटीएफ की बैठक रविवार को पेरिस में शुरू हुई है। बैठक में आईएमएफ, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और अन्य संगठनों समेत 205 देशों के 800 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। भारतीय राजनयिकों के हवाले से कहागया है कि भारत बैठक में पाकिस्तान पर मसूद अजहर पर एक्शन लेने के लिए दबाव बनाएगा। पाकिस्तान की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट(एमक्यूएम) पार्टी के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने एफएटीएफ की बैठक से पहले मसूद अजहर के गायब होने पर चिंता जाहिर की औरपाकिस्तान की नीयत पर कई सवाल खड़े किए।
हुसैन ने ट्वीट किया– मसूद अजहर और उसके परिवार के लापता होने की खबर पेरिस में एफएटीएफ के सत्र की शुरुआत से पहले आई।इस हफ्ते पेरिस स्थित दुनियाभर के आंतकी गतिविधियों और फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था इसका मूल्यांकन करेगी कि क्यापाकिस्तान ने टेरर फाइनेसिंग से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस पाकिस्तान में चारदिनों की यात्रा के दौरान सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के प्रांतों का दौरा करेंगे और वहां होने वाले अत्याचार की कहानियों कोसुनेंगे।
हुसैन अभी लंदन में नजरबंद हैं। वे लगातार अपने टेलिफोनिक भाषणों में मुहाजिरों के उत्पीड़न के लिए पाकिस्तानी सेना औरआईएसआई की आलोचना करते हैं।
एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। साथ ही ब्लैक लिस्ट से खुद को बचाने के लिए 27 सूत्रीय एक्शनप्लान सौंपा था। अगर संस्था को लगता है कि पाकिस्तान ने एक्शन प्लान को सही तरीके से लागू नहीं किया है तो उसे ब्लैक लिस्ट मेंडाल दिया जाएगा।