दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को यूपी लाने की तैयारी। क्वारैंटाइन करने से पहले कामगारों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

योगी सरकार 10000 मजदूरों को प्रदेश में उनको घर तक पहुंचायेगी, 400 बसों को लगाया

New Delhi : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार शनिवार को 2200 मजदूरों को घर घर पहुंचाया था। अब रविवार 26 अप्रैल को 10 हजार कामगार फिर से हरियाणा से ही उत्तर प्रदेश लौट आये हैं। हरियाणा से आनेवाले इन 10 हजार श्रमिकों को आज से प्रदेश के परिवहन निगम की 400 बसें सभी 75 जिलों में उनके घर तक पहुंचाएंगी। हरियाणा में काम कर रहे इन श्रमिकों को हरियाणा रोडवेज की 330 बसें में लेकर प्रदेश की सीमाओं पर लेकर आई हैं। वहां से इन्हें प्रदेश की रोडवेज बसें सीमा से लेकर इन्हें अपने-अपने घर तक पहुंचायेंगी।

मजदूरों का पलायन व्यापक पैमाने पर हुआ लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही। सभी अपनी गांव घर गये।

रविवार को हरियाणा रोडवेज की 330 बसें शामली, बागपत, मथुरा, नोएडा, अलीगढ़ और सहारनपुर की सीमा पर लाएंगी। हरियाणा की सीमा से लगे प्रदेश के इन जिलों में डॉक्टरों की टीम पहले से ही मौजूद होगी। यहां इनकी कोरोना को लेकर स्क्रीनिंग की जाएगी। पूरी जांच के बाद ही इन्हें घर भेजा जाएगा। श्रमिकों को सलाह दी जाएगी कि वह 14 दिनों तक घर में क्वारंटीन रहे। इन श्रमिकों पर क्वारंटीन में निगरानी रखने की जिम्मेदारी संबधित जिला प्रशासन की होगी। श्रमिकों की पूरी जांच होने के बाद, इन्हें रोडवेज की 400 बसें सभी 75 जिलों में पहुंचाएंगी। रोडवेज की बसों में इन श्रमिकों को सोशल डिस्टैन्सिंग के साथ बैठाया जाएगा।

लॉकडाउन शुरू होते ही जब प्रवासी मजदूर पैदल लौटने लगे तो योगी सरकार ने बसें मुहैया कराईं।

शनिवार को हरियाणा से 82 बसें आईं। इनमें करीब 2200 यूपी के श्रमिक सवार थे। हरियाणा की बसों ने इन्हें हरियाणा के आस पास के 16 जिलों तक पहुंचाया। इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग करने की जिम्मेदारी सम्बंधित 16 जिलों के जिला प्रशासन की थी। परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अभी हरियाणा के श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी उन पर डाली है। अभी फिलहाल यही निर्देश दिए गए हैं। आगे सरकार भविष्य में प्रदेश के आस पास के राज्य – मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व बिहार के भी श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचने की ज़िम्मेदारी दे सकती है।

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