जब कांस्टेबल थे तो दूसरों को सलाम ठोकते थे, अब बने IAS तो थाने के बड़े अफसरों ने भी दी सलामी

New Delhi : कॉन्स्टेबल पुलिस महकमें में सबसे शुरुआती पोस्ट होती है। एक कांस्टेबल का काम ज्यादातर अपने सीनियर्स के ऑडर्स को फॉलो करना होता है। दिल्ली पुलिस में इसी पोस्ट पर तैनात फिरोज आलम की भी रोज यही दिनचर्या होती थी। वो रोज सुबह ड्यूटी पर निकलते और उसे पूरा कर शाम को अपने घर आ जाते। लेकिन दिन भर की थका देने वाली ड्यूटी के बाद ये हवलदार देश को आईएएस अफसर देने वाली परीक्षा यूपीएससी की तैयारी भी करता था। इस साल उनकी इस कड़ी मेहनत का फल उन्हें जब मिला तो पूरे पुलिस महकमें में ही नहीं देश भर में उनके संघर्ष और इच्छाशक्ति की तारीफ हुई।

उन्होंने इस साल परीक्षा पास कर ऑलओवर 645वीं रैंक हासिल की है। इस सफलता के बाद उन अफसरों ने भी फिरोज को शाबाशी दी जिनके वो ऑडर्स फॉलो करते थे। आइये जानते उनकी इस प्रेरणादायी कहानी को। अब उनकी तुलना पाताललोक के उस पुलिस सब इंस्पेक्टर के कैरेक्टर से हो रही है जो शुरू से अंत तक यूपीएससी की तैयारी करता है और फिर इसको पास भी कर लेता है। पाताललोक वेब सीरीज का यह कैरेक्टर लोगों को काफी पसंद किया गया।
बहरहाल फिरोज आलम उत्तर प्रदेश के हापु़ड़ के रहने वाले हैं। उन्होंने 2010 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। अपनी 12वीं मारवाड़ इंटर कॉलेज से करने के बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस की भर्ती परीक्षा दी और पास हुए। अभी तक उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन भी नहीं की थी, फिर ड्यूटी पर रहते हुए ही उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन राणा डिग्री कॉलेज से पूरी की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में बैठने का मन बनाया। सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा कहां से मिली इसके बारे में बताते हुए वो कहते हैं कि ड्यूटी के दौरान मेरी मुलाकात आए दिन बड़े-बडे़ आईपीएस ऑफीसर्स से होती थी।

उनके काम करने के तरीके और उनका रुतबा मुझे भी इस सर्विस के लिए आकर्षित करता था। इसलिए मैंने भी तय किया कि मैं भी यूपीएससी की परीक्षा दूंगा। उनका ये संकल्प इसलिए कठिन था कि वो ड्यूटी पर रहते हुए रात में जो कुछ टाइम मिलता उसी वक्त में पढ़ाई किया करते थे।
फिरोज ने 2013 में पहली बार सोचा कि उन्हें परीक्षा में बैठना है लेकिन इस बार वो प्री भी नहीं क्लियर कर सके। और यही हाल तीन सालों तक रहा 2014 और 15 में भी वो परीक्षा में बैठे लेकिन प्रीलिम्स तक नहीं निकला। फिरोज ने हार नहीं मानी और प्रयास जारी रखा। 2016 में उन्होंने प्री तो क्लियर किया लेकिन मेंस में वो लगातार तीन बार फेल होते रहे। फिर उन्होंने कोचिंग जॉइन कर 2019 में परीक्षा दी जिसमें वो इंटरव्यू तक गए। ये उनका लास्ट अटेंप्ट भी था। लेकिन इस बार उनकी मेहनत सफल रही और उन्होंने 645वीं रेंक के साथ ये परीक्षा पास की।

जब वो परीक्षा में सफल हुए तो उनकी कामयाबी को लोग अमेजन प्राइम की वेब सिरीज पाताल लोक के किरदार इमरान अंसारी से जोड़ कर देखने लगे। इस वेब सिरीज में भी इमरान अंसारी एक जुनियर पुलिस के रूप में काम करते हैं और बाद में वो आईएएस क्लियर कर लेते हैं।

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