फोन सर्विलांस से भी जमातियों का पता करने में छूटे पसीने, अब बतानेवाले के लिये 5000 का इनाम घोषित

New Delhi : निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल लोगों तक पहुंचने के लिये देशभर में पुलिस टेलीफोन सर्विलांस की मदद ले रही है। दिल्ली में शुक्रवार को नजफगढ़ में पूर्व पार्षद व कांग्रेस नेता और उनके परिवार के बारे में भी टेलीफोन सर्विलांस से ही पता चला। बिहार में भी कोरोना संदिग्ध तबलीगी जमात के लोगों के लिये टेलीफोन सर्विलांस की ही मदद ली जा रही है। फिर भी जमातियों को पकड़ने में सौ फीसदी सफलता नहीं मिली है। यूपी, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र सब जगह परेशानी हो रही है। सौ फीसदी सफलता नहीं मिली है।

क्वारैंटाइन सेंटर में तबलीगी जमात के लोग

पूरे उत्तर प्रदेश में भी यही तरीका अपनाया जा रहा है लेकिन क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जब जमाती तमाम प्रयास के बाद भी नहीं मिले तो जमातियों के नाम पता बताने वाले के लिये 5000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। ऐसा देश में पहली बार हुआ है। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में तब्लीगी जमातियों पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। शुक्रवार को एसपी त्रिवेणी सिंह ने जमातियों पर 5 हजार के इनाम का ऐलान किया है। कहा- दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से तमाम लोग आजमगढ़ आये हैं, ऐसी सूचना है। लेकिन वे अभी तक घरों में छिपकर बैठे हैं। एसपी ने कहा- जो जमातियों की सूचना देगा, उसे इनाम दिया जाएगा। जिले में अब तक 35 जमातियों को पुलिस हिरासत में लेकर क्वारैंटाइन किया गया है।
एसपी त्रिवेणी सिंह ने कहा- दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुई जमात में शामिल होकर तमाम जमाती आजमगढ़ आए हैं। प्रशासन ने इन लोगों से अपील की थी- जमात से लौटे तमाम लोगों में कोरोनावायरस का संक्रमण फैला है। इसलिए जिले के जमाती बाहर आएं और उनकी जांच व इलाज कराया जाएगा। जिले भर से तमाम ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं, उनके घरों के आसपास लोग हैं, जिनमें संक्रमण के संदिग्ध लक्षण हैं। जो जमाती घरों से बाहर नहीं आ रहे हैं, यदि वे पुलिस की पकड़ में आए तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
आजमगढ़ जिले में एक अप्रैल को मुबारकपुर के चक सिखटी स्थित एक मस्जिद से 16 संदिग्धों को पकड़ा गया था। ये सभी जमात से जुड़े थे। इनमें तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व गाजियाबाद के रहने वाले तीन जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इनके संपर्क में आने से मुबारकपुर निवासी एक मौलाना भी कोरोना पॉजीटिव हैं। ये सभी 21 मार्च से मस्जिद में छिपे थे। प्रशासन इन संक्रमित जमातियों के संपर्क में आने वालों को ट्रेस कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *