माँ तुझे सलाम : बेटा को पढाने माँ गाँव छोड़ पटना आ गईं, किसान पिता नौकरी करने चले गये इंदौर, अब बेटा बना टॉपर

New Delhi : NIT (National Institute of Technology) पटना के स्टूडेन्ट आभाष राय ने Graduate Aptitute Test of Engineering (GATE) के एक्जाम में पहला स्थान हासिल किया है। आभाष बलिया के रहनेवाले हैं और उनके पिता किसान हैं।

बलिया के नारायणपुर के रहने वाले हैं। इनके पिता भूपेंद्र नाथ राय एक किसान हैं लेकिन बच्चों की पढ़ाई अच्छे से हो सके इसलियेनौकरी करने इंदौर चले गये। जहां उन्हें अच्छी सैलरी भी नहीं मिल रही है। उनकी माँ हाउसवाइफ हैं। आभाष ने अपनी दसवीं तक कीपढ़ाई नारायणपुर बलिया में की। उसके बाद इनकी मां इनको और इनके भाई आलोक राय को लेकर पटना चली आई और मां ने हीदोनों भाइयों पढ़ाया। पटना से इन्होंने दसवीं के बाद की पढ़ाई पूरी की।

22 वर्षीय आभाष अब अपने परिवार के लिए अपने सपनों को साकार करने के लिए आश्वस्त हैं। उन्हें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के पेपरमें 87.33 अंक मिले हैं। परीक्षा में 6.85 लाख से अधिक छात्र प्रवेश परीक्षा के लिए बैठे थे।

आभाष कोर इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में नौकरी करना चाहते हैं। उन्होंने कहामैंने एकदो रिक्तियों के लिए आवेदन किया है और अब ऐसालगता है कि मैं अपने परिवार के लिए जो सपने देख रहा था, उन्हें पूरा कर पाऊँगा। मेरे पिता एक किसान थे, लेकिन हमारे गाँव में शिक्षाकी अच्छी पहुँच नहीं थी, इसलिए हम अपनी कक्षा 10 में पटना गए। मेरे पिता को एक ऐसी नौकरी के लिए इंदौर जाना पड़ा, जोअच्छी तरह से भुगतान नहीं कर रही थी। मैं इस स्थिति को बदलना चाहता हूं।

उन्हें पहले ही एलएंडटी में कैंपस रिक्रूटमेंट के जरिए रखा गया है और अब उन्हें कंपनियों के बीच चयन करना है। उन्होंने कहाचूंकि मैंअपने क्षेत्र में काम करना चाहता हूं, इसलिए मैं गेट चयन प्रक्रिया का इंतजार कर रहा था। यह उनके परिवार के लिए बेहद भावनात्मकक्षण है सबको लगता है कि अब उन्हें एक अच्छा वेतन मिल जाएगा।

ऑल इंडिया टॉपर बनने के बाद आभाष ने कहा कि सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि मैं ऑल इंडिया टॉपर हो गया हूँ।

आभाष ने बतायाजब मुझे मुझे आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के डायरेक्टर का फोन आया और उन्होंने बधाई दी कि आपने Gate के परीक्षा में टॉप किया है तो मुझे विश्वास ही नही हुआ। मैं तकरीबन 2 मिनट तक कुछ बोल ही नहीं पाया। फिर उन्होंने कहा कि आधेघंटे के बाद ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) का रिजल्ट जारी होगा, उसमें अपना नाम देख लेना। थोड़ी देर के बाद जबरिजल्ट आया तो मैंने देखा कि गेट की ऑल इंडिया इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मेरा पहला स्थान था। तब मुझे विश्वास हुआ।

NIT Patna में फोर्थ ईयर के छात्र आभाष ब्रह्मपुत्र हॉस्टल में रहते हैं। टॉप होने की जानकारी जब उनके साथ रहने वाले छात्रों को मिलीतो उन्होंने जमकर खुशियां मनाई। पहली बार में ही फ़र्स्ट रैंक प्राप्त करने पर खुशी जाहिर करते हुए आभाष ने कहा कि उन्हें उम्मीद थीकि वे टॉप 20 या टॉप 10 में होंगे लेकिन॒ रिजल्ट इतना बेहतर होगा यह उम्मीद थी। इस बार गेट की परीक्षा को आईआईटी दिल्ली नेऑर्गनाइज किया था जिसमें अलग अलग ब्रांच का परीक्षा लिया गया। आभाष राय ने  इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में आल इंडिया टॉपकिया है। आभाष ने ये सफलता अपने पहले ही प्रयास में पा लिया।

आभाष एनआईटी पटना से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में सत्र 2016 से 2020 के छात्र हैं। आभाष राय ने बताया कि उन्होंने गेट कीपरीक्षा की सफलता के लिए प्रतिदिन 6 से 8 घंटे तक की पढ़ाई की है गेट की परीक्षा में पास करना और बेहतर रैंक लाना उनके लिएकाफी जरूरी था क्योंकि वह एक मध्यम परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पिता भूपेंद्र नाथ राय बलिया में रहकर खेतीबारी करते थे औरइनकी पढ़ाई का खर्च वहां से भेजते थे। गेट में टॉप करने के बाद आभाष चाहते हैं कि उन उनका प्लेसमेंट किसी गवर्नमेंट सेक्टर के किसीअच्छे कंपनी में हो जाए।

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