सधारण स्टूडेंट, असीमित सफलता- पॉलिटेक्निक के बाद बिना कोचिंग पहले प्रयास में IAS टॉपर बना

New Delhi : 2019 की यूपीएससी परीक्षा जिसका परिणाम इस साल अगस्त में आया। इस बार कई एवरेज स्टूडेंट्स ने अपना नाम टॉपर्स की लिस्ट में शामिल किया है, उनमें से एक नाम मंदार जयंत राव पटकी का भी है। पटकी ने परीक्षा पास करने के बाद जब इंटरव्यू दिए तो उन्होंने कई चौंकाने वाली बातें बताईं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले प्रयास में ये रैंक हासिल की है। यही नहीं उन्होंने बताया कि वो ऑफिशियली किसी कोचिंग सेंटर से नहीं जुड़े यानी उन्होंने बिना कोचिंग टॉप रैंक हासिल की है।

एक और बात जो सीखने योग्य है कि पटकी ने ये रेंक मात्र एक साल की तैयारी से हासिल की है। इसके पीछे उनका क्या टाइम-टेबल रहा क्या स्ट्रेटजी और सटडी प्लानिंग रही आइये जानते हैं।
पटकी महाराष्ट्र के बीड जिले के रहने वाले हैं। यूपीएससी में टॉप रेंक लाकर उन्होंने इस धारणा को तोड़ा है कि एक ब्रिलीएंट स्टूडेंट ही इस परीक्षा में टॉप रेंक हासिल कर सकता है। पटकी बताते हैं कि वो बचपन से ही एक एवरेज स्टूडेंट रहे हैं। जीवन में कोई लक्ष्य नहीं था जैसा हो रहा था उसी के अनुसार वो आगे बढ़ रहे थे। 10वीं के बाद उन्होंने पॉलीटेक्निक का एंट्रेस दिया और फिर पॉलीटेक्निक से ही डिप्लोमा कोर्स करने लगे। इसके बाद उन्होंने अपनी बारवीं की पढ़ाई की जिसके बाद उन्होंने इंजीनीयरिंग करने के लिए विश्वकर्मा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में दाखिला लिया और यहां से 2018 में उन्होंने अपना ग्रेजुएशन मकेनिकल इंजीनीयरिंग में पूरा किया। इसके बाद से उन्होंने पूरी तरह अपने आपको यूपीएससी की तैयारी में लगा दिया।
अमूमन छात्र कॉलेज करने के बाद गेप यर लेत हैं वहीं पटकी ने अगले साल ही यूपीएससी की परीक्षा पूरे डेडीकेशन के साथ दी और सफल रहे। उन्होंने अपनी तैयारी के बारे में बताते हुए छात्रों को सलाह दी कि कोचिंग से ज्यादा अच्छा है कि हम खुद से ही तैयारी करें। इसके लिए उन्होंने कुछ टिप्स बताए। सबसे पहले तो उन्होंने जो भी धारणाएं इस परीक्षा को लेकर बनी हुई हैं उसे अपने मन से निकाल देने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि यूपीएससी परीक्षा कोई भी पास कर सकता है फिर वो चाहें आर्ट्स बेगराउंड का हो या फिर कॉमर्स और साइंस। बस विद्यार्थी में अपने लक्ष्य के प्रति लगन और मेहनत होनी चाहिए। वो सलाह देते हैं कि हर विद्यार्थी जो इस परीक्षा की तैयारी करता है उसमें अपने अंदर हर वो गुण विकसित करने की क्षमता होनी चाहिए जो एक आईएएस ऑफिसर में होते हैं क्योंकि यूपीएससी इन्हीं गुणों को सबसे पहले आपके अंदर तलाशता है।
सलाह देते वक्त वो बताते हैं कि हमें क्या पढ़ना है इससे ज्यादा ध्यान इस परीक्षा की तैयारी करते वक्त ये रखना चाहिए कि हमें क्या नहीं पढ़ना। प्री क्लियर करने के लिए वो यही नीति अपनाने की सलाह देते हैं। वो दिन की और महीने भर की प्लेनिंग की बात करते हैं और इसे अपनाने की सलाह सभी को देते हैं। एक दिन में क्या करना है वो तय होना चाहिए इसके साथ ही महीने भर में सिलेबस का कितना भाग पूरा करना है ये भी पहले से तय करना होता है।

महीने भर पढ़ने के बाद वो रिविजन करने को कहते हैं। इसके लिए एसपिरेंट्स किसी भी ऑनलाइन टेस्ट सीरीज से जु़ड़कर अपनी परफॉर्मेंस का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। इसके अलावो वो खुद भी टेस्ट सीरीज तैयार करने की सलाह देते हैं।

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